जालंधर: फिल्लौर गांव चक्क साहबू से 24 दिसंबर को इंसानियत शर्मसार करने वाला मामला सामने आया था। जहां नाबालिग साली से शादी रचाने के लिए पत्नी को मजबूर करने वाले हैवानीयत में अंधे पति ने अपनी पत्नी और 4 दिन के नवजन्में मासूम बच्चे को 5 डिग्री टैंमपरेचर में बिनां किसी कपड़े के पूरी रात खुले आसमान के नीचे सुला दिया था। जिसके बाद प्रातः होते 4 दिन के बच्चे की मौत हो गई थी। इसकी शिकायत अपरा पुलिस को दी गई थी। जिसे लेकर बच्चे की मौत का कारण जानने के लिए माननीय न्यायालय में आवेदन दायर किया गया था। जिस पर माननीय न्यायालय ने शुक्रवार को कब्रिस्तान की जमीन में दबे 4 दिन के बच्चे के शव को निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम करवाने का आदेश दिया था।
यह है मामला
पीड़ित महिला की बहन कमलेश और भाई अजय नजदीकी गांव समराड़ी के रहने वाले है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उनकी बहन संगीता की शादी जीतू वासी गांव चक्क साबू से हुई जब उसकी बहन गर्भवती हो गई तो उसका पति जीतू उसे कहने लग पड़ा की वह उसकी शादी अपनी छोटी नाबालिग बहन से करवा दे वह दोनों बहनों को अच्छे से रखेगा। पत्नी जब नहीं मांनी तो वह आए दिन उस से मारपीट करने लग पड़ा। उसने कहा इसमें जीतू का साथ उसका रिश्ते में लगता भाई इंद्रपाल और उसकी पत्नी रीना भी दे रहे थे जो उसे अपने पति की बात मानने के लिए जोर देते थे। गत सप्ताह उसकी बहन ने लड़के को जन्म दिया मां बेटा दोनों स्वस्थ थे उसकी बहन को लगा कि लड़का होने की खुशी में अब उसका पति अपनी गल्त आदतें छोड़ देगा पर ऐसा हुआ नहीं। गत दिवस रात्रि को फिर से उसने उनकी बहन के आगे वही शादी करवाने की शर्त रखी। जब उसकी बहन नहीं मानी तो उसने अपनी पत्नी और 4 दिन के मासूम बच्चे को जब बाहर कड़ाके की सर्दी पड़ रही थी घने कोहरे के चलते रात का टैमपरेचर 5 ड्रिगी पर पहुंचा हुआ था तो उसने मां और मासुम बच्चे को बिनां किसी गर्म कपड़े के खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर किया।