कांग्रेस किस पर जताएगी विश्वास दौड़ में सबसे आगे सुरिंदर कौर व पवन कुमार
18,जून जालंधर लोकसभा चुनाव खत्म होते ही अब जालंधर वेस्ट से उप चुनाव शुरू होने जा रहे है। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक पद से इस्तीफा देकर शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। जिसके बाद अब वह भाजपा से दोबारा विधायक पद के लिए चुनाव लड़ने जा रहे है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा को अलविदा कह आम आदमी में शामिल हुए मोहिंदर भगत को आम आदमी पार्टी ने टिकट देकर मैदान में उतारा है। दूसरी ओर भारी बहुमत से लोकसभा में जीत हासिल करने वाली कांग्रेस पार्टी की तरफ से अभी तक उम्मीदवार का एलान नहीं हुआ है। क्योंकि कांग्रेस की टिकट के लिए 15 से अधिक नेताओं की दावेदारी को लेकर लंबी लाइन लगी हुई है। एक तरफ जहा पूर्व डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर टिकट की दौड़ है वहीं दूसरी तरफ बूटा मंडी के पूर्व पार्षद पवन कुमार भी इस दौड़ में सबसे आगे है। अब देखना यह है की कांग्रेस किस पर विश्वास जताकर टिकट देती है।
कभी एक ही पार्टी के लिए करते थे प्रचार,अब होंगे एक दूसरे के सामने
भारतीय जनता पार्टी के लिए मोहिंदर भगत व शीतल अंगुराल कभी वेस्ट हल्के से एक साथ प्रचार करते हुए दिखाई देते थे। लेकिन दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव आते ही भाजपा को अलविदा कहकर शीतल अंगुराल आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। जिसके बाद शीतल ने वेस्ट हल्के के कई पार्षद व भाजपा की रीड की हड्डी कहे जाने वाले मोहिंदर भगत को भी आम आदमी पार्टी में शामिल करवाकर वेस्ट हल्के से भाजपा का सफाया कर दिया था। उस दौरान शीतल अगुंराल कांग्रेस के सुशील रिंकू को हराकर विधायक पद पर काबिज़ हो गए थे। लेकिन लोकसभा चुनाव आते ही शीतल अंगुराल ने एक बार फिर दोबारा भाजपा में शामिल हो गए और शीतल अंगुराल व सुशील रिंकू दोनों इकट्ठे भी हो गए। अब शीतल अंगुराल जहां भाजपा की ओर से विधान सभा का उपचुनाव लड़ने जा रहे है, वहीं सुशील रिंकू उनके लिए प्रचार करते दिखाई देंगे। दूसरी तरफ भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद मोहिंदर भगत अब वह आप पार्टी से चुनाव लड़ने जा रहे है अब देखना यह होगा की चुनावों के दौरान दोनों कैसे एक दूसरे के ऊपर कटाक्ष करते हुए दिखाई देंगे। हालांकि इसकी कुछ झलकियां तो टिकट मिलने के बाद ही दोनों ने दिखा दी थी, जहां मोहिंदर भगत ने शीतल अंगुराल पर विधायक उप चुनाव लड़ने को लेकर जवाब मांगा कि उनके पास तो पहले ही विधायक पद था तो वह उसे छोड़कर दूसरी पार्टी में क्यों गए और अब वह किस विधायक पद के लिए चुनाव लड़ने जा रहे है। वहीं दूसरी ओर शीतल अंगुराल ने मोहिंदर भगत पर निशाना साधते हुए कहा कि वह वेस्ट हलके से 10 किलोमीटर दूर कोठी में रहने वाले है। शीतल ने कहा कि आप पार्टी गरीबों को टिकट देने का वायदा करती थी और अब अरबपति को क्यों टिकट दे रही है। ऐसे ही दोनों में छिड़ी जुबानी जंग इस चुनावों में कुछ अलग अंदाज में देखने को मिल सकती है