जो अपने कर्मो से गिर जाता है उसे कोई नहीं संभाल सकता : नवजीत भारद्वाज
🙏🏻मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में करवाया दिव्य श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ
30 जुलाई को मां बगलामुखी जी को लगाएं जाएंगे छप्पन भोग
जालंधर : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणोश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी के निमित्त माला जाप कर मुख्य यजमान पप्पू ठाकुर से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने उपस्थित मां भक्तो को कहा कि जो जीवन में नियमों को मानता है, प्रकृति का सम्मान करता है उसे कभी कष्ट नहीं होता। वर्तमान में कोरोना महामारी ने इसको सत्य साबित भी कर दिया है कि धैर्य रखने का सुखद परिणाम मिलता है। उन्होने कहा कि वैसे तो हम बड़े धैर्यवान दिखते हैं, लेकिन छोटी से विपत्ति आते ही हम धीरज और धर्म दोनों को तज देते हैं। समय आने पर हर बात सिद्ध होती है। जैसे माली अपने पौधों को धीरज धर कर सींचता है तो ही समय आने पर वो फल देते हैं। ठोकर खाकर गिरने वाले को तो कोई ना कोई सम्भाल लेगा। लेकिन जो कर्मो से गिर जाता है उसे कोई नहीं सम्भाल सकता। उन्होंने कहा कि इंसान की कितनी उत्तम रचना परमात्मा ने की। लेकिन इस अनमोल दौलत को हमने कौडिय़ों के भाव लगा कर व्यर्थ कर लिया।
हवन यज्ञ उपरांत 30 जुलाई रविवार को मां बगलामुखी जी को छप्पन भोग महोत्सव की तैयारियों की चर्चा एवं सेवादारों की ड्युटीयां लगाई गई।
इस अवसर पर मोहिंदर शर्मा,राकेश प्रभाकर, सुदेश शर्मा,समीर कपूर ,संजीव शर्मा, प्रवीन,रोहित भाटिया,लवली रल्हन,बावा जोशी, दिशांत शर्मा, अमरेंद्र कुमार शर्मा,मैनी, प्रदीप शर्मा,नवदीप, राजीव भारद्वाज,अशोक शर्मा, अश्विनी शर्मा,पंकज,करन वर्मा, राजेश महाजन, भानू मल्होत्ना,मानव शर्मा, अिश्वनी थापर,राजीव, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, जसप्रीत सिंह,राकेश,सौरभ मल्होत्रा,हंस राज,दीपु ठाकुर, अभिषेक भनोट, श्याम साहनी, ठाकुर बलदेव सिंह, रोहित अरोडा ,लक्की, रवि वर्मा,रमन कुमार,जसविंदर सिंह,सुनील जग्गी,प्रिंस,पंकज,मदन सिंह,अमति शर्मा, ज्योति,सुमित कुमार,प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।