होशियरपुर
ऑल इंडिया कौंसिल ऑफ़ रिलिजियंस फॉर पीस दिल्ली, टेंपल ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग इंडिया फाउंडेशन नई दिल्ली और श्री शांति नाथ आत्मानंद जैन सभा रूप नगर दिल्ली की ओर से अहिंसा और करुणा के अवतार भगवान श्री महावीर स्वामी जी के 2550 निर्वाण महोत्सव के उपलक्ष में स्वामी जी के उपदेशों और जीवन प्रदर्शनी पर सीडी देशमुख मेमोरियल ऑडिटोरियम के गार्डन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सर्व धर्म संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया ।जिसमें सर्व धर्म ख्वाजा मंदिर रिलिजियस एंड चैरिटेबल सोसायटी के गाद्दी नशीन व सूफी इस्लामिक बोर्ड के पंजाब प्रधान सूफी राज जैन शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने आए हुए अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा की अनेकांतवाद वाद यानी हम भी सही तुम भी सही क्योंकि हर सत्य की परिभाषा अपनी-अपनी समझ से होती है इसीलिए कोई भी गलत नहीं होता इसकी मदद से हम आतंकवाद को खत्म कर सकते हैं। इस दुनिया में हर विवाद का हर तकरार का हर मतभेद का एक ही कारण है मैं सही तुम गलत इसी सोच ने आज हमारी सुरक्षा और शांति के लिए बहुत बड़ा संकट पैदा कर दिया है । मुझे बड़ा गर्व होता है कि मैंने जहां जन्म लिया वहाँ सोच इतनी छोटी इतनी संकीर्ण नहीं है हमारा ऋग्वेद कहता है एकं सद्विप्रा बहुधा वदंति यानि सत्य एक है लेकिन ज्ञानी अपनी अपनी सोच और समझ से उसे अलग-अलग रूप में परिभाषित करते रहते हैं। जहां स्तय अहिंसा तप दान जैनिसम के ख़ास पिलर हैं मेरा मानना है कि अनेकांतवाद जैनिसम की नींव है। भगवान महावीर ने अनेकांतवाद कहता है दुनिया का कोई भी विचार अपने आप में पूर्ण नहीं है आपका विचार आपके दृष्टिकोण से सही हो सकता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मेरा विचार झूठा है गलत है आप अपनी जगह सही हो सकते हैं मैं अपनी जगह सही हूं कि आपसी स्वीकार्यता आपसी सामंजस्य के लिए इससे बेहतर विचार दुनिया में और कहीं हो ही नहीं सकता।