श्री चैतन्य महाप्रभु राधा माधव मंदिर प्रताप बाग में श्री श्री गुरु गौरांग श्री श्री राधा माधव जी की प्रकट तिथि अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौड़ीय मठ के प्राक्तन आचार्य नित्यलीला प्रविष्ट ॐ विष्णुपाद 108 श्री श्रीमद् भक्ति बल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज जी के प्रियतम शिष्य एवं श्रीमठ के वर्तमान आचार्य पूज्यपाद त्रिदंडी स्वामी भक्ति विचार विष्णु महाराज जी की अध्यक्षता में बहुत हर्षोल्लास से मनाई गई । संकीर्तन का आरंभ भूत भावन दास, अमित चड्ढा, राजेश शर्मा, कपिल शर्मा, सन्नी दुआ, व यंकील कोहली ने गुरू परम्परा और वैष्णव वन्दना द्वारा किया ।
श्रील भक्ति विचार विष्णु महाराज जी, बलराम दास प्रभु, विष्णुपद दास प्रभु और पुजारी श्रीनिवास दास ने श्री चैतन्य महाप्रभु श्री राधा माधव जी का पंचगव्य से महाभिषेक किया । अभिषेक के दौरान मंदिर के महासचिव राजेश शर्मा ने जयदेव गोस्वामी द्वारा रचित मंगलगीत कीर्तन किया । उन्होंने बताया कि श्री चैतन्य महाप्रभु श्री राधा माधव मंदिर की स्थापना सन 1987 में हुई थी। मंदिर की स्थापना में मुख्य रूप से पंडित धर्मपाल शर्मा, हिंद पाल अग्रवाल, राम भजन पांडे प्रेम अग्रवाल, इत्यादि ने बहुत योगदान दिया । अभिषेक के बाद भगवान का सुंदर श्रृंगार किया गया और छप्पन भोग निवेदित किए गए। कीर्तन के साथ ठाकुर जी की भव्य आरती हुई ।
श्रील विष्णु महाराज जी ने कहा कि आज हम यहां पर श्री चैतन्य महाप्रभु श्री राधा माधव जी का प्रकट उत्सव मना रहे हैं। भगवान ने भक्ति के जी पांच मुख्य अंग बताए, उसमें से एक है, श्रद्धा के साथ श्रीमूर्ति की सेवा । भगवान श्री कृष्ण ने चैतन्य महाप्रभु जी के रूप में इस जगत में प्रकट होकर बताया कि यह श्रीमूर्ति नहीं, साक्षात नन्दनन्दन है । अपने भक्तों के हृदय की पुकार सुनकर और उनको अपनी सेवा प्रदान करने के लिए अवतरित होते है ।
इस अवसर पर नरेंदर गुप्ता, केवल कृष्ण, अनिल अरोड़ा, अनूप अरोड़ा, राजेश गुप्ता, डॉ अनिल, राकेश चोपड़ा, तानिश शर्मा, मधुसूदन,ज्योति शुरू, प्राणनाथ चड्ढा, अजीत तलवाड़, अजय अग्रवाल, मिंटू कश्यप, ओम भंडारी, हेमंत थापर, केशव अग्रवाल, सत्यव्रत गुप्ता, प्रेम चोपड़ा, राजन गुप्ता, विजय सग्गड़, अम्बरीष कश्यप, गौर, जगन्नाथ शर्मा व अन्य मौजूद थे ।